इन Property Documents के बिना न खरीदें प्रॉपर्टी बचें जोखिम से

Property Documents: हेलो दोस्तों कैसे है आप सभी आज के इस ब्लॉग मैं हम बात करने वाले है अगर आप कोई प्रॉपर्टी खरीदते है तो कोन से डॉक्यूमेंट की जरुरत है जो आपको काफी फयदा देगा जैसा आपको के समय मैं तेजी से बढ़ती महंगाई और सम्पति की कीमते मैं इजाफे के चलते प्रॉपर्टी खरीदना आम लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।

क्यूकी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के सबसे बड़े और महंगे निवेश मैं से एक होता है इसलिए इसमें की गई तोड़ी सी भी लापरवाही भविष्य मैं भारी नुकशान का कारण बन सकता है अक्सर देखा गया है की प्रॉपर्टी से जुड़ी छोटी सी गलती भी कानून पचड़ों और आर्थिक नुकसान की वजह बन जाती है। ऐसे में सतर्क रहना और जरूरी दस्तावेजों की सही जांच करना बेहद जरूरी है। चलिए जानते है इसके बारे मैं ।

Property खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें

अब बात करते है की प्रॉपर्टी खरीदते समय कुछ अहम बातो का धायण रखना बेहद जरुरी होता है सबसे पहले पत्ति की लोकेशन पर गंभीरता से विचार करें, क्योंकि अच्छी लोकेशन भविष्य में प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है। इसके साथ ही प्रॉपर्टी से जुड़े सभी दस्तवेज पूरी तरह से सही और वैध होना चाहिए विक्रेता की पृष्टिभूमि के जांच करे और यह सुनुश्चित करे की स्मपति पर कोई कानूनी विवाद या बकाया न हो चाहे आप फ्लैट, मकान या ज़मीन खरीद रहे हों

प्रॉपर्टी खरीदने से पहले कौन से दस्तावेज़ चेक करें

Property
  • एनओसी (NOC) – नगर निगम, सोसाइटी, बिल्डर और बैंक से अनुमति।
  • एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) – प्रॉपर्टी पर कोई कर्ज या रोक है या नहीं।
  • भूमि रिकॉर्ड / खसरा-खतौनी – जमीन से संबंधित सरकारी रिकॉर्ड।
  • बिल्डिंग प्लान अप्रूवल – प्राधिकरण से पास हुआ नक्शा या प्लान।
  • पजेशन लेटर (Possession Letter) – प्रॉपर्टी का कब्जा मिलने का प्रमाण।
  • ओक्युपेंसी सर्टिफिकेट (OC) – फ्लैट रहने योग्य है या नहीं, इसका सरकारी प्रमाण।
  • कमप्लीशन सर्टिफिकेट (Completion Certificate) – निर्माण कार्य पूरा होने का प्रमाण।
  • प्रॉपर्टी टैक्स रसीद – पिछले वर्षों के टैक्स भुगतान का सबूत।

धोखाधड़ी से बचने के उपाय

सम्पति खरीदते वक्त धोखाधड़ी से बचने के लिए सबसे पहले यह सुनिश्चि करे की उस जमीन पर कोई कानूनी विवाद न हो इसके लिए आपको एक कानून सलाहकार से मरकदर्शन ले सकते है यदि आप किसी पप्रोजेक्ट मैं फ्लैट या माकन खरीद रहे है तो यह जांच ले की वह प्रोजेक्ट रेरा (RERA) में पंजीकृत है। रेरा रियल स्टेट क्षेत्र में पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया एक कानून है जो खासकर खरीदारों के हितो की रक्षा करता है और धोखाधड़ी से बचाव करता है।

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अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज

अगर आप प्रॉपर्टी खरीद रहे है तो खरीदते समय यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है की प्रॉपर्टी पर कोई बकाया टैक्स तो नहीं है, क्योंकि बकाया टैक्स आपको भुगतान करना पड़ सकता है। इसके अलावा, यूटिलिटी बिल (पानी, बिजली, गैस) की स्थिति की भी जांच करें ताकि आपको भविष्य में कोई परेशानी न हो।

यदि प्रॉपर्टी मैं कर पार्किंग की सुविधा है तो कर कर अलॉटमेंट लेटर की जांच करे जिसमे पार्किंग स्पेस से संबंधित जानकारी होती है। यदि आप प्रॉपर्टी डीलर के माध्यम से खरीद रहे है तो सुनिश्चित करें कि आपको रेसीडेंट वेलफेयर से एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) प्राप्त हो, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कानूनी समस्या से बचा जा सके।

राज्यों के अलग अलग नियम

भारत के विभिन्न राज्यों मैं जमीन से संबंधित नियम और कानून अलग अलग होते है इसलिए सम्पति खरदीने से पहले स्थानीय कानून की जानकारी प्राप्त करना जरुरी है कई राज्यों में गैर-कृषक (Non-Agricultural) व्यक्तियों को कृषि भूमि खरीदने की अनुमति नहीं होती। इसके अलावा कुछ राज्यों में बाहरी राज्यों के लोग भूमि नहीं खरीद सकते, या उनकी खरीदारी के लिए विशेष शर्तें हो सकती हैं। इस कारण से, आपको संबंधित राज्य के भूमि कानूनों और संपत्ति से जुड़े नियमों के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करनी चाहिए ताकि भविष्य में किसी प्रकार की कानूनी समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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